
बस्तर का तेंदू चीकू से कम नहीं- Bastar Tendu chiku
बस्तर का खानपान बस्तर की संस्कृति और यहाँ के वन अपने आप में सबसे अलग है। यहाँ की प्राकृतिक और सुन्दरता की बात ही कुछ
बस्तर का खानपान बस्तर की संस्कृति और यहाँ के वन अपने आप में सबसे अलग है। यहाँ की प्राकृतिक और सुन्दरता की बात ही कुछ
गुमड़पाल शिव मंदिर Gumadpal shiv Temple बस्तर Bastar में कई अलग अलग स्थलों पर नल वंश, छिन्दक नागवंश, काकतीय चालुक्य वंश ने लम्बे समय तक
छत्तीसगढ़ के बस्तर में कई ऐसे अनछुए स्थान हैं जिनकी खोज अभी बाकी है और इन्हीं स्थानों में से एक है, समलूर शिव मंदिर Samlur
छेर छेरा chher chhera बस्तर Bastar के आदिवासी अंचल में छेर छेरा का महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है लोक परंपरा के अनुसार पौष महीने
पहाड़ी मैना Hill Myna राज्य पक्षी पहाड़ी मैना लगभग विलुप्तता की कगार पर मानी जा रही है, पर पहाड़ी मैना Hill Myna बस्तर की वादियों
बस्तर Bastar में गोदना Godna यहाँ की आदिवासी एवं ग्रामीण संस्कृति का अंग है, बस्तर ग्रामीण अंचल में गोदना अधिक देखने को मिलता है, वैसे
झिटकू मिटकी Jhitku Mitki की प्रेमकथा बात प्यार की हो और जिक्र बस्तर Bastar का न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता बस्तर में आदिकाल
बस्तर Bastar में मोगली Mogli के नाम से चर्चित द टायगर बाय चेंदरू The Tiger Boy Chendru पुरी दुनिया के लिये किसी अजुबे से कम
प्रकृति की गोद में बसा बस्तर Bastar अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है वैसे तो पूरा बस्तर संभाग घंने जंगलो बड़े बड़े पहाड़ो जल
साल सरई sal sarai का वृक्ष छत्तीसगढ़ chhattisgarh का राजकीय वृक्ष है। बस्तर Bastar में साल के पेड़ sal tree को आदिवासियों का कल्प वृक्ष