बस्तर संभाग की एक मात्र सबसे बड़ी मध्यम सिंचाई परियोजना, कोसारटेडा बांध

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कोसारटेडा बांध Kosarteda Bandh बस्तर संभाग की सबसे बडी एक मात्र सिंचाई परियोजना है…वर्ष 2008 में बनकर तैयार हुए, इस बांध का लोकार्पण 2009 में किया गया… कोसारटेडा बांध का निर्माण 2008 में पूरा हुआ था। 09 अगस्त 2009 को तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह और तत्कालीन सांसद दिवंगत बलीराम कश्यप ने इसका उद्घाटन किया था।

यह बांध छत्तीसगढ़ की एक मात्र मध्यम सिंचाई परियोजना है….कोसारटेडा बांध की कुल लम्बाई लगभग 24.80 किलोमीटर है.. 09. 42 घन मिट्रिक सेमी है। कोसारटेडा बांध की सिंचाई क्षमता लगभग 11120 हेक्टेयर है।

इसकी कुल लागत लगभग 150 करोड़ रूपए आई थी। वर्तमान में बांध के पानी से खेतों की सिंचाई के साथ-साथ बांध में मत्स्य पालन भी किया जाता है… बस्तर ब्लॉक स्थित बस्तर संभाग की सबसे बड़ी मध्यम सिंचाई परियोजना कोसारटेडा बांध के निर्माण दस साल के अंदर ही बहुउद्देशीय परियोजना बनाई गई है….

कोसारटेडा बांध से फाफनी, नरहर, खण्डसरहा, नन्द पुरा कुम्हली, सोरगांव, चपका,मण्डला, भानपुरी, तारागाँव, बेसोली, बोड़नपाल, बाकेल, बड़े आमाबाल,घोड़ागाँव, करन्दोला,चमिया,देवड़ा सिवनी, बड़े अलनार, छोटे अलनार गांवो को सिंचाई की सुविधा मिल रही है नहर की कुल लम्बाई 24.80 किमी है 9. 42 घन मिट्रिक सेमी है।

कैसे पहुँचे :-

रायपुर रोड कोण्डागॉव से बड़े कनेरा व भानपुरी के पास से सालेमेटा गाँव से कोसारटेडा बांध पहोंचा जा सकता है इस जगह पर आपको भी एक बार जरूर जाना चाहिए यह जगह बस्तर के आस पास पिकनिक स्पॉट के लिए यह सबसे उपयुक्त है। अगर यह जानकारी अच्छी लगी हो तो कमेंट करके जरूर बताऐ और ऐसी ही जानकारी daily पाने के लिए हमारे Facebook Page को like करे इससे आप को हर ताजा अपडेट की जानकारी आप तक पहुँच जायेगी।

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