बस्तर का तेंदू चीकू से कम नहीं- Bastar Tendu chiku

बस्तर का खानपान बस्तर की संस्कृति और यहाँ के वन अपने आप में सबसे अलग है। यहाँ की प्राकृतिक और सुन्दरता की बात ही कुछ अलग है। ऐसे ही यहाँ के विशाल वनों में कई प्रकार की वनौषधियों के साथ साथ वनोपज भी बहुत अधिक पाये जाते है। ऐसे ही बस्तर में हर मौसम में कुछ न कुछ पाये ही जाते है।

जैसे आम, चार चिरौंजी, महुआ, कुसुम, साल बीज, जामुन, हर्रा, बहेड़ा, आंवला और इन्ही में से एक विशेष जाना माना फल है तेंदू Tendu टेमरू फल जिसे बस्तर का चीकू भी कहा जाता है। तेंदू Tendu पीले, नारंगी या लाल रंग का मीठा फल होता है।

इसका अकार लगभग 4 इंच तक का गोलाकार का होता है। बस्तर में बड़ी मात्रा में इसका उत्पादन होता है। तेंदू Tendu फल जितना सुंदर होता है उतना ही फायदेमंद भी होता है।

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इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व कई बीमारियों को ठीक करने के लिए उपयोगी माना जाता हैं। इस फल के बारें में जितनी तारिफ की जाये उतनी कम है बात चाहे स्वाद की हो या गुणों की तेंदू Tendu का फल किसी भी मामले में चीकू से कम नही है औषधीय गुणों से परिपूर्ण यह फल पकने के बाद चीकू की तरह स्वादिष्ट होता है।

अधिकत्तर कुछ कुछ जगह हाट बजारों में इस फल को ग्रामीणों के द्वारा बेचा जाता है जो उनके आमदनी का साधन भी होता है। इसका फल अप्रैल से जून तक होता हैं इसके बाद जो पेड़ में रह जाता है वे जून के बाद पानी लगने के वजह से खराब हो जाता है। जिसे चमगादड़ों और पक्षियों द्वारा नष्ट किया जाता है।

तेंदू पत्तें के फायदे

तेंदू Tendu पेड़ इसके पत्तों के लिए बहुत अधित महत्वपूर्ण माना जाता है, जिसका उपयोग एक अनुचित प्रकार की सिगरेट बनाने के लिए उपयोग किया जाता है तेंदूपत्ता की तुड़ाई का कार्य गर्मी के मौसम में किया जाता है।

तेंदू पेड़ के फायदे

तेंदू पेड़ की लकड़ी बहुत अधिक मूल्यवान मानी जाती है जिसके लकड़ी बहुत ही कठोर, सफेद-गुलाबी, सख्त, काफी टिकाऊ होती है और इसका उपयोग स्मारकीय कार्य भवन, खंभे, के रूप में किया जाता है।

स्मारकीय कार्यों के लिए बहुत भारी और मूल्यवान होती है। ऐसी ही जानकारी daily पाने के लिए हमारे Facebook Page को like करे इससे आप को हर ताजा अपडेट की जानकारी आप तक पहुँच जायेगी।

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