बस्तर मंडावा जलप्रपात की खूबसूरती – Bastar Mandwa waterfall

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मंडावा जलप्रपात Mandwa waterfall बस्तर में प्राकृतिक जलप्रपातों का बहुत बड़ा उपहार है ऐसा ही एक जलप्रपात है मंडावा जलप्रपात Mandwa waterfall यह जलप्रपात जल प्रवाह दर-चरण प्रवाहित होता है और मंडावा झरना नामक एक सुंदर झरना बनाने के लिए 70 फीट की ऊँचाई से गिरता है यह जलप्रपात तीरथगढ़ जलप्रपात की हुबहु नकल है।

इस झरने का पानी एक छोटे से जलाशय (जलकुंड) में इकट्ठा होता है, बेहद ही शांत वातावरण में जलप्रपात की झलझल करती धाराये, खेतों में चहचहाते पक्षी रोजमर्रा की थकान को पल भर में दुर कर देते हैं।

लेकिन कुछ दूरी के बाद फिर से गायब हो जाता है, क्योंकि यह कांगेर नदी से इसकी सहायक नदी के रूप में मिलता है और दो अन्य झरने यानी तीरथगढ़ और कांगेर-धरा का निर्माण करता है। इस जलप्रपात की मधुर ध्वनि हदय को प्रसन्नचित कर देती है।

दुर से सुनाई देती निर्झर की मधुर ध्वनि , इसके सौंदर्य दर्शन के लिये मन को बेहद ही आतुर कर देती है। इस झरने की घाटी के दोनों ओर की चट्टानें 200 फुट तक चौड़ी हैं, कुछ क्षेत्रों में यह 300 मीटर तक भी चौड़ी हैं.

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आकार में यह तीरथगढ़ जलप्रपात से बेहद ही छोटा है किन्तु इसकी खुबसुरती तीरथगढ़ जलप्रपात की तरह ही बेहद ही मनमोहनी है। सीढ़ीदार चटटानों से गिरता निर्झर मन को असीम शांति की अनुभूति देता है।

कहां और कैसे पहुंचें?

मंडावा जलप्रपात Mandwa waterfall मांडवा नामक स्थान पर ग्राम डोडरेपाल में स्थित है जो मावलीभाटा से 5 किलोमीटर की दूरी पर है जो एनएच -16 जगदलपुर से गीदम रोड के बाईं ओर एक गाँव है, जो जगदलपुर से लगभग 31 किलोमीटर की दूरी पर है।

मंडावा जलप्रपात Mandwa waterfall में सौंदर्य को निहारने के लिये जुलाई से लेकर जनवरी तक का समय सबसे अच्छा होता है।

साथ ही साथ मावलीभाठा के पास ही ढोडरेपाल के प्राचीन नाग युगीन मंदिरों का भी भ्रमण किया जा सकता है। उम्मीद करता हूँ यहं जानकारी आप को पसंद आई हो सके तो अपने दोस्तो के साथ भी शेयर जरूर करे। ऐसी ही जानकारी daily पाने के लिए हमारे Facebook Page को like करे इससे आप को हर ताजा अपडेट की जानकारी आप तक पहुँच जायेगी।

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